स्टेम सेल (stem Cell): विज्ञान का एक क्रांतिकारी खोज, जिसने चिकित्सा विज्ञान में एक नया अध्याय जोड़ा
क्या होती हैं कोशिका?
कोशिका के प्रकार
सोमेटिक सेल
- RBC यानि रक्त कोशिका (oxygen के लाने के लिए)
- हृदय की कोशिका रक्त को पंप करने के लिए
- किडनी की कोशिका रक्त को साफ करने के लिए
- 'न्यूरान्स' यानि मस्तिष्क की कोशिका सूचना संग्रहित करने के लिए
कैसे काम करती है अलग-अलग अंग की कोशिकाएं?
स्टेम सेल की खोज की कहानी
क्या होता हैं स्टेम सेल?
स्टेम सेल एक ऐसी कोशिका होती हैं जिसमें शरीर के किसी अंग की कोशिका के रूप में विकसित होने और अपने जैसी हजारों अन्य कोशिका को उत्पन्न करने की क्षमता रखती हैं। इन्हीं कोशिकाओं को स्टेम सेल कहा जाता हैं।
परिभाषा "ऐसी कोशिका जिसमें शरीर के किसी भी अंग के रूप में विकसित होने की क्षमता होती हैं स्टेम सेल (stem cell) कही जाती हैं।"
- स्टेम सेल कोशिका की वह अवस्था होती है। जिसके भीतर यह क्षमता होती है कि वह शरीर के किसी विशेष कोशिका के रूप में स्वयं को विकसित कर सके।
- स्टेम सेल उस छोटे से बच्चे के समान है जो आगे चलकर पढ़-लिख कर, सीखकर कुछ भी बनने की क्षमता रखता है।
- स्टेम सेल ही विकसित होकर के आगे नए अंगों का निर्माण करते है।
- कुछ स्टेम सेल विकसित होकर के पूरे शरीर का निर्माण करने की क्षमता रखते हैं। इसका एक प्रमुख उदाहरण मानव भ्रूण है। जो वास्तव में एक स्टेम कोशिका ही होती है। आगे चलकर के पूरे मानव शरीर के रूप में विकसित हो जाती है।
- इसी प्रकार से कुछ स्टेम सेल मानव के विभिन्न अंगों को बनाने की क्षमता रखते हैं। तथा दूसरी स्टेम सेल के द्वारा टिशूज का निर्माण किया जाता है।
एक आसान से उदाहरण से समझते है "स्टेम सेल"
मान लीजिए एक बच्चा है जिसे डॉक्टर बनाना है। तो इसके लिए उसे साइंस पढ़ना होगा। और एमबीबीएस करना होगा। और फिर वो डॉक्टर बन जाएगा। इसी प्रकार यदि इंजीनीयर बनना है तो मैथ भी पढ़ना होगा और बी.टेक करना होगा।
ये जो छोटा बच्चा है जिसके अंदर आगे चलकर कुछ भी बन जाने की संभावना है यही स्टेम सेल के समान ही है।
मानव शरीर में स्टेम सेल से अंग के सेल के रूप में विकास
मान लीजिए हमारे पास एक स्टेम सेल हैं। हम चाहते हैं की यह हृदय की कोशिका के रूप में विकसित हो। तो यदि इस स्टेम सेल को हम हृदय कोशिका के साथ रख देते हैं। तो वो वहाँ से स्टेम सेल कुछ "रासायनिक संकेत" लेता हैं। और उसके अंदर संबंधित जीन सक्रिय हो जाता हैं। और फिर स्वयं हृदय की कोशिका के रूप मे विकसित हो जाता हैं। और आगे यही कोशिका हजारो अन्य अपने जैसी कोशिकाओ को उत्पन्न करने लगता हैं।
स्टेम सेल के प्रकार एवं स्टेम कोशिका के उपयोग
Totipotent Stem Cell
जिस स्टेम सेल के अंदर पूरे जीव को विकसित करने की क्षमता होती हैं उसे Totipotent स्टेम सेल कहा जाता हैं। इसका निर्माण स्पर्म और ओवम के मिलने से होता हैं। इस कोशिका के द्वारा इंसान का क्लोन भी बनाया जा सकता है। पर इसे प्राप्त करने पर की मृत्यु हो जाती हैं। इसलिए भारत मे इसे पर शोध की अनुमति नहीं हैं।
Pluripotent Stem Cell
Totipotent सेल के विभाजन से बनता हैं। इस प्रकार के स्टेम सेल के अंदर शरीर के किसी विशेष अंग को बनाने की क्षमता होती हैं। ये कोशिका गर्भनाल के रक्त से भी पाई जाती हैं। इसे स्टेम सेल बैंक मे रखा जा सकता हैं। भरत में AIMS में ये सुविधा उपलब्ध हैं। इस सुविधा का फायदा ये है की अगर आप अपने बच्चे के गर्भनाल के रक्त को रख लेते हैं तो भविष्य में बच्चे के इलाज में सहायता मिलेगी।
Multipotent Stem Cell
इस प्रकार के Stem Cell से निश्चित प्रकार की कोशिका का निर्माण होता है। अस्थि मज्जा या Bone Marrow के स्टेम सेल से रक्त कोशिकाये बनते है। Bone Marrow से जुड़ी बीमारियों से लड़ने के लिए आजकल Bone Marrow ट्रांसप्लांट किया जाता हैं। जिसमें इंजेकसन की सहायता से Stem Cell को प्रवेश कराया जाता हैं। और कुछ समय बाद रोगी Bone Marrow की समस्या से उबर जाता हैं।
Unipotent Stem Cell
इस प्रकार के स्टेम सेल मे अपनी तरह के कोशिका का निर्माण संभव हैं। ये कोशिका किसी अन्य प्रकार की कोशिकाके रूप मे विकसित नहीं हो पाती हैं। इस प्रकार के स्टेम सेल से किसी अंग के damage टिशू या हिस्से का इलाज किया जाता हैं। जो की कई बीमारियों विशेषकर जिसमे अंग को क्षति पहुँच जाती हैं। उनकी मरम्मत अच्छी तरह हो जाता हैं।
Oligopotent Stem Cell
ये स्टेम सेल अधिकतम 2 से लेकर तीन तरह की कोशिका का निर्माण कर सकती हैं विशेषरूप से डबल्यूबीसी के रूप में। ये भी बहुत महत्वपूर्ण स्टेम सेल होता हैं क्युकी रक्त निर्माण मे बहुत अहम भूमिका निभाती हैं।
जापानी वैज्ञानिक शिन्या यामानाका की खोज और 2012 का नोबल प्राइज़
स्टेम सेल के क्षेत्र में सबसे बाद कारनामा किया जापानी शोधकर्ताओ शिन्या यामानाका और उनकी टीम ने जिन्होंने एक फ़ाइब्रोब्लाज को पलूरीपोटेन्ट स्टेम सेल में बदल दिया अपने अनोखे तकनीक के द्वारा जिसके कारण उनको 2012 में दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान नोबेल प्रदान किया गया।
क्या थी विशेष बात इस खोज की?
यहाँ आपको बताते चले की पलूरीपोटेन्ट स्टेम सेल को भ्रूण से परत किया जाता हैं। जिसके कारण भ्रूण की हत्या हो जाती हैं। जो की नैतिक रूप से सही नहीं हैं। जबकि जापानी शोधकर्ताओं जो तकनीक बनाई थी। उसमें किसी भी जीव की हत्या करने की जरूरत नहीं थी।
भारत सहित की सारे देशों में भ्रूण हत्या जघन्य अपराध हैं इस वजह से यह खोज बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया। इस तकनीक को Induced pluripotent stem cell (iPSCs) के नाम से जाना जाता हैं। जिसके कारण आज कई सारी बिमारियों को को दूर करने में सहायता मिल रही हैं।
Conclusion-
इस प्रकार कहा जा सकता हैं की स्टेम सेल हमारे लिए जीवन देने वाली खोज साबित हुयी हैं। इस क्षेत्र में बहुत काम किया जाना बाकी हैं। जिस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं।
दोस्तो काफी मेहनत और रिसर्च के बाद ये लेख आप तक पहुंचा हैं। अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया तो हमारे सोशल मीडिया से जरूर जुड़े।
FAQ